बीजेपी के कहने पर आदिती सिंह बनी बागी? हुई बड़ी कार्रवाई ।
कांग्रेस ने आदिती सींह को यूपी का कांग्रेस अध्यक्ष नही बनाया तो बागी बनके केंद्र की नरेंद्र मोदी तथा उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के कार्य की न चाहते हुए भी सराहाना करने के साथ अपनी ही पार्टी पर लगातार उंगली उठाने लगी, ताकी बीजेपी में शामील हो सके।
पद का लालच क्या क्या करा देता है इंसान को, पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया अब आदिती सिंह। इन हरकतो के वजह से विधायक अदिति सिंह को कांग्रेस ने निलम्बित कर दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली के रायबरेली सदर क्षेत्र की युवा विधायक अदिति सिंह ने कांग्रेस के प्रवासी कामगारों की मदद करने के लिए बसों का बेड़ा लगाने के मामले में कांग्रेस पर उंगली उठाई थी।
वही जो अदिती के बोलने पर गुलाटी मार रहे है, उनसे बस इतना पूछना है, सीएम योगी की तरह अगर राजस्थान सरकार ने भी उस समय मना कर दिया होता तो, क्या करते, कोटा से बच्चो को बिना अनुमती के ले आते, या राजस्थान पर हमला कर देते। हद है, क्या बिना राजस्थान सरकार के सहयोग के ये बच्चो को वापस ला पाते। राजस्थान सरकार ने वहा बच्चो का जीवन देखा, राजनीती को किनारे करके हर संभव मदद किया।
मगर बदले मे उत्तर प्रदेश ने क्या किया।क्या उस समय और उस केस का अभी से तुलना सही है, आज लोग भूखे प्यासे पैदल चलके बेमौत मर रहे है। ट्रको पर लद के जा रहे है, जानवरों की तरह ट्रक मे लोड होकर जाने पर मजबुर है। इसलिये अगर किसी ने मदद के लिये हाथ बढाया तो उसका स्वागत होना चाहिये था। यहा राजनीति नही करनी चाहिये थी।
जब कांग्रेस कुछ ना करे तो भी दिक्कत, कुछ करे तो राजनीती के लिये कर रही है। तो भाई कौन यहा साधू बैठा है। कौन राजनीती नही कर रहा है। और मान भी लिया जाय की राजनिति के लिये मदद की पेशकश थी, तो भी मदद लेने मे क्या दिक्कत थी।
वही कांग्रेस से अदिति सिंह के इस कृत्य को अनुशासनहीनता माना है। इसके बाद कांग्रेस ने विधायक आदिति सिंह को पार्टी से निलंबित कर दिया है। उनके खिलाफ पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते कार्रवाई हुई है। रायबरेली से कांग्रेस की विधायक अदिति सिंह ने प्रवासी कामगारों के लिए बसों के मुद्दे पर भाजपा का पक्ष लेते हुए बुधवार को अपनी पार्टी पर ही निशाना साधा। उन्होंने प्रियंका गांधी की आलोचना करते हुए कहा कि कि संकट के समय निम्न स्तर की राजनीति की क्या आवश्यकता थी।
कांग्रेस ने इसे गंभीरता से लेते हुए विधायक अदिति सिंह को पार्टी की महिला विंग के महासचिव पद से निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू कर दी है। माना जा रहा है कि कांग्रेस का गढ़ रही रायबरेली संसदीय सीट पर भाजपा अदिति सिंह को पोषित कर रही है। औऱ यह भी माना जा रहा की आदिती सिंह जल्द बीजेपी में शामिल होंगी।अदिति सिंह के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और रायबरेली प्रभारी के एल शर्मा ने कहा कि पिछले वर्ष पार्टी व्हिप का उल्लंघन करने के लिए विधानसभा में उनके खिलाफ एक नोटिस दिया गया था जो लंबित है। उन्होंने कहा कि वह जवाब देने से बच रही हैं। पार्टी ने उनके विधायक पद से अयोग्य घोषित करने का भी अनुरोध किया है।
दबंग विधायक स्वर्गीय अखिलेश सिंह की बेटी अदिति सिंह 2017 में पहली बार विधायक निर्वाचित हुई है। युवा विधायक अदिति सिंह अपने क्षेत्र में काफी लोकप्रिय हैं और गांधी परिवार के भी बेहद करीब हैं। पार्टी से निलब्मित करने से पहले भी बीते वर्ष नवम्बर में विधानसभा सदस्यता समाप्त करने का भी नोटिस दिया गया था। अदिति सिंह का योगी आदित्यनाथ सरकार से वाइ श्रेणी की सुरक्षा मिली है और बीते वर्ष ही पंजाब से कांग्रेस के विधायक अंगद सैनी से अदिति सिंह का विवाह हुआ था।
इससे पहले उनके सांसद राहुल गांधी से भी विवाह को लेकर काफी जोरदार अफवाह फैली थी।
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