झूठ बोलकर मुसलमानों के खिलाफ लोगों को भड़का रहे थे BJP सांसद तेजस्वी सूर्या, अब मांगी माफी
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में कोरोना ने तहलका मचाया हुआ है। नेताओं की सत्ता पाने की भूख ने इस देश के लाखों लोगों को मौत के मुंह में भेज दिया फिर भी इनका पेट नहीं भर रहा।
अब कोरोना के बहाने सांप्रदायिकता फैलाने की कोशिश की जा रही है ताकी देश के लोग एक बार फिर से हिंदू और मुसलमान की बहस में उलझ जाए और कोरोना को भूल जाए।
बेंगलुरु पश्चिमी के सांसद तेजस्वी सूर्या ने बिस्तर आवंटन मुहिम के मामले पर बंेगलुरु वृहत महानगर पालिका को लपेटते हुए सांप्रदायिक रंग दे दिया.
हालांकि बाद में सांसद तेजस्वी ने इस मामले पर माफी भी मांग ली क्योंकि आम लोगों में उनके इस बयान को लेकर गुस्सा देखा जा रहा था।इसको लेकर वरिष्ठ पत्रकार दिलीप मंडल लिखते है कि छोटा आदमी है। अचानक बड़े पद पर पहुँच गया। मुँहफट बन गया। गलती हो गई। माफ़ी माँग ली। माफ़ कीजिए @Tejasvi_Surya को।
मालूम हो कि दो दिन पूर्व सांसद सूर्या बेंगलुरु पश्चिम स्थित बीबीएमपी के वॉर रुम में पहुंचे और उन्होंने मोबाइल से एक वीडियो बनाना शुरु कर दिया।
तेजस्वी के साथ 4 अन्य विधायक भी थें जो वॉर रुम में मौजूद 16 मुस्लिम कर्मचारियों के नाम पढ़ते हैं और वीडियो में कहा जा रहा है कि यह हेल्पलाइन है या मदरसा। मदरसा कहकर उन्माद फैलाने की कोशिशों का साफ पता चल जाता है।
भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या द्वारा यह दावा किया गया कि ये 16 मुस्लिम कर्मचारी बिस्तर आवंटन घोटाले में लिप्त हैं। जब मामले की विस्तृत जांच हुई तो पता चला कि इन 16 में से सिर्फ एक व्यक्ति ही बिस्तर आवंटन टीम का सदस्य है और वह भी अस्थाई रुप से।
बिस्तर आवंटन टीम के किसी सदस्य को अचानक से छुट्टी पर अपने घर जाना पड़ा तो इस उर्दू नाम वाले शख्स को बिस्तर आवंटन टीम का सदस्य बना दिया गया।
इसके अलावा बाकी अन्य 15 अन्य मुस्लिम कर्मचारी कोरोना वायरस से जुड़े बेहद महत्वपूर्ण दायित्व निभा रहे हैं, उनका बिस्तर आवंटन से कोई लेना देना नहीं है लेकिन भाजपा सांसद और उनकी 4 विधायकों वाली टीम ने इन सभी 16 मुस्लिम कर्मचारियों पर बिस्तर आवंटन घोटाले का आरोप लगा दिया था, लेकिन जब मामले की जांच हुई तो सारा सच सामने आ गया।
इसके बाद भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने इस मसले पर माफी मांगी है। तेजस्वी ने कहा कि मेरे मन में आप लोगों के लिए कुछ भी नहीं है।
मैं तो बस बिस्तर आवंटन घोटाले की जांच चाहता था लेकिन अगर मेरी बात से किसी को बुरा लगा हो तो मैं माफी चाहता हूं।
गलती का एहसास होते ही माफी मांगना अच्छी बात है लेकिन लोगों के दिलों में जो जहर लगातार इन नेताओं द्वारा भरा जा रहा है, उसके लिए माफी कौन मांगेगा !
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