सूरत पुलिस का अमानवीय चेहरा आया सामने !
महिला सुरक्षा को लेकर लाख दावे किए जा रहे है। लेकिन महिलाओं के साथ लगातार बढ़ रहे उत्पीड़न,रेप,मारपीट के मामले सरकार की दावों की पोल खोल रहे है। ऐसा नहीं है की ये कांग्रेस की सरकार में नहीं हुआ लेकिन जिस तरीके से बीजेपी सरकार में ये मामले लगातार महिलाओं के साथ बढ़ रहे है। ये कही ना कही ये सोचने पर मजबूर करता है की सरकार को बढ़ता क्राइम ग्राफ चुनौती दे रहा है और सरकार इस क्राइम क बढ़ते हुए सिर्फ देख रही है।
वहीं महिला के साथ उत्पीड़न का एक और मामला सामने आया है। दराअसल गुजरात के सूरत शहर में महिला बैंककर्मी के साथ बैंक परिसर में खुलेआम मारपीट की गई। जिसे बैंक में मौजूद बैंक कर्मियों ने सिर्फ तमाशे की तरह देखा।
जानकारी के लिए बता दें की महिला पर हाथ उठाने वाला आरोपी सूरत सिटी पुलिस का सिपाही है। आखिर पुलिस को लोगों की सुरक्षा के लिए रखा गया है ना की उनके साथ दुर्वयवहार करने के लिए। वहीं महिला से मारपीट का वीडियों भी सोश्ल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है। साथ ही साथ कल से ही ट्वीट पर ये वीडियो दूसरे नंबर पर #SHAME ON SURAT POLICE के नाम से ट्रंड कर रहा है।
लेकिन बड़ा सवाल ये है की कई घंटों तक इश खबर को कई न्यूज चैनलों और आज सुबह कई अखबारों ने भी प्रकाशित किया। पर फिर भी ना तो कोई बीजेपी नेता और ना ही कोई अधिकारी महिला के लिए आगे आया। हालाकि अगर यही मामला कांग्रेस या किसी अन्य पार्टी के सत्ता के दौरान होता तो जगह-जगह प्रदर्शन औऱ सरकार के खिलाफ आंदोलन होता। लेकिन अब सरकार बीजेपी की है और इसलिए सब चुप है।
जानकारी के मुताबिक, घटना मंगलवार की है। सूरत के कैनरा बैंक के सरोली ब्रांच में पासबुक प्रिंटिंग को लेकर पुलिसकर्मी का कथित तौर पर महिला बैंककर्मी से विवाद हो गया। इसके बाद पुलिसकर्मी काउंटर का दरवाजा खोलकर अंदर चला गया और महिलाकर्मी को पहले तो थप्पड़ मारा और फिर उसे गिरा दिया। आरोपी पुलिसकर्मी का नाम घनश्याम भाई बताया जा रहा है।
लेकिन जैसे ही वित्त मंत्री निर्मला सितारमण ने देखा की मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। तो वो आगे आई और मामले को संज्ञान में लेते हुए सूरत कलेक्टर को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। सीतारमण ने ट्वीट कर कहा कि उन्होंने महिला बैंककर्मी के साथ बदसलूकी मामले में सूरत के कलेक्टर डॉ. धवल पटेल से बात की है। उन्होंने कहा कि वह फिलहाल छुट्टी पर हैं लेकिन फिर भी उन्होंने आश्वासन दिया है कि आरोपी के खिलाफ समय से कार्रवाई की जाएगी। आरोपी के खिलाफ मंगलवार देर रात एफआईआर दर्ज करा दी गई थी।
वहीं अब इस घटना के संबंध में बैंक कर्मचारियों में भारी रोष है। दराअसल वीडियो वायरल होने के बाद सभी एक सुर में इस पुलिसकर्मी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। बैंक कर्मचारियों के संगठन ने बाकायदा अपना विरोध जताते हुए लिखित में दोषी की दंडित करने की प्रशासन से गुहार लगायी है। जिसके बाद बैंक कर्मचारियों के यूनियन के भारी हाव के बाद आरोपी पुलिसकर्मी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
सूरत पुलिस ने ट्वीट करके इस बात की पुष्टि की कि इस मामले में शिकायत दर्ज करके कानूनी प्रक्रिया शुरु कर दी गई है। साथ ही उधर राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी इस वीडियो में पुलिसकर्मी की बर्बरता का संज्ञान लेते हुए जांच का आश्वासन दिया है। लेकिन अब देखने वाली बात ये होगी की आखिर वित्त मंत्री और सूरत पुलिस ने कार्रवाई की बात तो कही है लेकिन ये कार्रवाई कब तक होती है ये आना वाला वक्त ही बताएगा।
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