दिल्ली गुरुद्वारा मदत करीत आहेत, कोविड बेड किंवा ऑक्सिजनसाठी या क्रमांकावर कॉल करा
दिल्ली में कुछ सिख संस्थाएं 'ऑक्सीजन लंगर' लगा रही हैं। दमदमा साहिब, राजौरी गार्डन गुरुद्वारा, सुभाष नगर स्थित फतेह पार्क आदि ऐसी जगह हैं जहां ऑक्सिजन लंगर लगाया गया है और बड़ी संख्या में यहां लोगों को ऑक्सीजन लगाई जा रही है।
राजधानी दिल्ली में लगातार ऑक्सीजन की कमी और कोविड मरीजों के लिए बेड की किल्लत के बाद अब दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी (DSGMC) ने मदद की तरफ हाथ बढ़ा दिए हैं. दिल्ली में लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंदों तक भोजन पहुंचाने की व्यवस्था पहले से ही कर रही कमेटी अब कोविड मरीजों को बेड और ऑक्सीजन भी पहुंचा रही है.
दिल्ली में कुछ सिख संस्थाएं ‘ऑक्सीजन लंगर’ लगा रही हैं। दमदमा साहिब, राजौरी गार्डन गुरुद्वारा, सुभाष नगर स्थित फतेह पार्क आदि ऐसी जगह हैं जहां ऑक्सिजन लंगर लगाया गया है और बड़ी संख्या में यहां लोगों को ऑक्सीजन लगाई जा रही है।
इसके साथ दिल्ली में कोविड के हालातों को देखते हुए सिख कमेटी ने चार प्रमुख सेवाएं शुरू की है-
कोविड प्रभावित लोगों के लिए लंगर की सेवा शुरू की है. दिल्ली गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी के प्रमुख मनजिंदर सिंह सिरसा (Manjinder singh Sirsa) ने न्यूज 18 हिंदी से बातचीत में बताया कि दिल्ली में करीब 20-25 हजार लोगों को खाना पहुंचाया जा रहा है. इनमें से चार हजार सिर्फ कोविड मरीज हैं जिनके लिए पैक्ड फूड भेजा जा रहा है.
दूसरी सेवा गुरु अर्जुन देव जी सराय में 20 कमरे तैयार किए गए हैं. जिनमे बेड और ऑक्सीजन की सुविधा है.
तीसरी सेवा गुरुद्वारा बाला साहिब में बने किडनी डायलिसिस अस्पताल में 20 बेड सिर्फ कोविड मरीजों के लिए तैयार किए गए हैं.
चौथी सेवा गुरुद्वारा कमेटी की ओर से सरकारों से अपील की गई है कि वे गुरुद्वारों के लंगर हॉल में कोविड सुविधाएं लगाकर इन्हें कोविड मरीजों के लिए तैयार कर सकते हैं. इसके लिए गुरुद्वारा कमेटी की ओर से पांच नंबर जारी किए गए हैं, जिनपर फोन करके लोग इन सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं.
ये हैं नंबर
एस बलवीर सिंह 9811914050
एस सुखविंदर सिंह 9810183038
एस कश्मीर सिंह 9953086923
एस अमरदीप सिंह 9312621855
दिलबाग सिंह 8437491803
हालांकि सिख समुदाय अभी और सिलेंडर खरीदने की प्रक्रिया में लगा है ताकि और लोगों को लाभ पहुंचाया जा सके.
सोशल मीडिया पर कुछ लोगों का कहना है कि आज पूरे दिल्ली में सिख गुरुद्वारा ऑक्सीजन सिलेंडर सेवा लंगर चला रही है , इसे कहते हैं #धर्म , क्या दिल्ली में स्थित हिंदू धर्म के अक्षरधाम टेंपल भी दिल्ली वासियों को ऑक्सीजन सिलेंडर सेवा देगी ??इतने बड़े बड़े मंदिर हैं जिसमें लाखों करोड़ों संपत्ति है। क्या वो सारे हिंदुओं के लिए ऑक्सिजन सिलेंडर दान कर सके ? पदमनाभा नारायण स्वामी मन्दिर 120,000 कोटी , शिर्डी साईं बाबा 2000 करोड़ उसके साथ कई हजार गोल्ड,तिरुपति बालाजी 650 करोड़ सालाना इनकम । वैष्णो देवी मंदिर 500 करोड़ सालाना इनकम। हिंदू मर जाएंगे मगर मुंह तक निकलेंगे।गुलामी की गहरी निद्रा में है हिंदू। साथ ही ट्वीटर पर #LadengeCoronaSe से भी ट्रेंड कर रहा है जिसमें ऑक्सीजन लंगर की सराहना की जा रही है कि इस मुश्किल घड़ी में लोगों की जानं बचाई जा रही है।
मीडिया रिपोर्टस में इस कैंप के एक सदस्य जसमीर सिंह खालसा ने बताया, ‘हमारे कुछ साथियों ने इस कैंप को शुरू किया है, हमारा एक झत्ता है जिसका नाम ‘हम चाकर गोविंद के’ आहे. 10 पासून 15 लड़के इस वक्त सेवा कर रहे हैं। हमने हर गाड़ी में एक ऑक्सीजन सिलेंडर लगा रखा है, गाड़ी में ही मरीज को बिठा रखा है। हमने पहले कोशिश कि की सिलेंडर घर-घर तक पहुंचा सकें, लेकिन वो बड़ा मुश्किल हुआ। तो हमारे एक साथी बॉबी भाटिया ने हमारा सहयोग किया और हमने उनके घर के सामने ही ये कैंप लगा लिया है। दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट की तरफ से हम अभी फिलहाल घरों तक खाने का लंगर भी पहुंचा रहे हैं. वहीं मरीजों की तादाद बढ़ने से सभी के घर ऑक्सीजन नहीं पहुंचा पाए, जिसके बाद हमने ये कैंप लगाया।’
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने गुरुद्वारा दमदमा साहिब में ऑक्सीजन लंगर की सेवा शुरू की है। इसके साथ ही 200 बेड वाला कोरोना केयर सेंटर की शुरुआत 2 मई से करने की तैयारी पूरी कर ली है। प्रबंधक कमेटी के प्रधान सरदार मनजिंदर सिंह सिरसा और महासचिव हरमीत सिंह कालका ने बताया कि लंगर में जरूरतमंद लोगों को आक्सीजन प्रदान की जा रही है।
कमेटी को अमरीका के न्यूयार्क से 100 ऑक्सीजन कन्सन्ट्रेटर भेजे गए हैं जो जल्दी ही कमेटी के पास पहुंच जाएगा। कन्सन्ट्रेटर भी जल्द ही संगत की सेवा में उपस्थित किए जाएंगे जिसके साथ ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने में बड़ी सहायता मिलेगी। सेनीटाईजेशन मुहिम भी कॉलोनियों में शुरू की गई है।
बहरहाल जिस तरह गुरुद्वारा कमेटी द्वारा ऑक्सीजन लंगर से लोगों को मदद मिल रही है वाकई सराहना वाला काम है लेकिन इसके उलट मौजूदा सरकार पर भी कई सवाल उठ रहे है कि एगर वक्त रहते चुनावों पर ध्यान ना देकर इस महामारी पर ध्यान दिया जाता तो देश के बदहतर हालात ना होते।
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