लेनिन, पेरियार, श्यामा प्रसाद के बाद डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्ति तोड़ी
नई दिल्ली: त्रिपुरा विधानसभा चुनाव जीतने के बाद बीजेपी समर्थकों की गुंडागर्दी शुरू हो गयी जिसके बाद सबसे पहले कम्युनिस्टों के आईकन लेनिन की मूर्ति तोड़ी गयी। उसके बाद तो महापुरुषों की प्रतिमा तोड़ने का सिलसिला शुरू हो गया। तमिलनाडु में पेरियार और कोलकाता में श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मूर्ति तोड़ी गई। अब बीते दिन खबर आई कि उत्तर प्रदेश में संविधान निर्माता बाबा अंबेडकर की मूर्ति तोड़ दी गई। मेरठ के मवाना में मंगलवार रात डॉ. बीआर अंबेडकर की मूर्ति को अज्ञात लोगों ने तोड़ दिया। इसके बाद बहुजन समुदाय के लोगों ने सुबह में प्रदर्शन किया। त्रिपुरा में लेनिन और तमिलनाडु में पेरियार की मूर्ति तोड़े जाने के बाद कोलकाता में जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मूर्ति तोड़ी गई। उनकी मूर्ति पर कालिख भी पोती गई। यह घटना कोलकाता के कालीघाट की है। इससे पहले तमिलनाडु के वेल्लोर जिले में मंगलवार रात समाज सुधारक एवं द्रविड़ आंदोलन के संस्थापक ई वी रामासामी पेरियार की प्रतिमा क्षतिग्रस्त कर दी गई। यह घटना राजनीतिक रूप से महत्व रखती है क्योंकि बीजेपी के एक नेता ने संकेत दिया था कि तर्कवादी नेता की प्रतिमा का अगला नंबर हो सकता है जिसे गिराया जा सकता है।
लेनिन की मूर्ति
श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मूर्ति
वहीं मवाना में बहुजन युवकों ने आरोप लगाया कि साजिश के तहत डॉ. बीआर अंबेडकर की मूर्ति तोड़ी गई है। जिसके बाद जमकर हंगामा हुआ और जाम लगा दिया। मवाना, बहसूमा, इंचौली, फलावदा और हस्तिनापुर थाने की फोर्स मंगवाई गई। इसके बाद दोपहर करीब 1.30 बजे के आसपास नई मूर्ति लगाई गई। मूर्ति लगाने जाने के बाद मामला शांत हुआ। स्थानीय निवासी कपिल कुमार की ओर से मवाना पुलिस को अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया गया।
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