बिहार में गौरक्षकों ने मुसलमानों को घर में घुसकर पीटा, पुलिस ने उल्टा मुसलमानों को किया गिरफ्तार
पटना। बिहार में बीजेपी के सरकार में आते ही गौरक्षकों ने अपना जलवा दिखाना शुरू कर दिया है. जी हां बिहार में बीफ़ खाने के शक में एक गांव के करीब आधा दर्जन घरों पर हमला किए जाने का मामला सामने आया है. ये घटना गुरुवार की बताई जा रही है. लाठी-डंडों से लैस हिंसक भीड़ ने डुमरा गांव के मुस्लिम समुदाय के लोगों के साथ मार-पीट की और उनमें से कुछ को बंधक बना लिया.
बता दें कि डुमरा गांव के सात मुसलमानों को बीफ खाने के शक में भीड़ ने बेरहमी से पीटा. बताया जा रहा गौरक्षकों ने इन सात मुस्लिम युवकों को घर में घुसकर पीटा. पुलिस का रवैय्या इतना शर्मनाक रहा कि पिटाई करने वालों गौरक्षकों की जगह पुलिस ने पीड़ित सातों मुस्लिम युवकों को ही गिरफ्तार कर लिया. बताया जा रहा है गौरक्षकों की भीड़ में विश्व हिंदू परिषद के कई लोग शामिल थे. वहीं पुलिस का कहना है कि सातों मुस्लिम युवकों पर हमला करने वालों को गिरफ्तार नहीं किया जा सकता क्योंकि उनके खिलाफ अभी तक किसी ने कोई शिकायत दर्ज नहीं करवाई है.
पुलिस ने शर्मनाक रवैय्या अपनाते हुए बीफ कानून तोड़ने के आरोप में पुलिस ने सातों मुस्लिम युवकों को गिरफ्तार किया है. इन पर एक समुदाय की भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया गया है. इसमें खुदुश कुरैशी, नसरुद्दीन, मुस्तफा, जहांगीर, असलम अंसारी, बबलू और रिजवान को हिरासत में लिया गया है. हमले में बुरी तरह घायल हुए 4 लोगों को नजदीक के अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. जहां उनका इलाज चल रहा है.
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले ही बिहार के आरा जिले में एक मुस्लिम शख्स को बीफ ट्रांसपोर्ट करने के शक में बुरी तरह से पीटा गया था. बिहार के अलावा देश भर में ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं जिनमें गौरक्षा के नाम पर मुसलमानों को भीड़ ने अपना निशाना बनाया है.
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