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Social - State - September 16, 2017

रेपिस्ट राम रहीम पर दो मर्डर केस में सुनवाई आज, जानिए कौन-कौन से कत्ल के हैं इल्जाम

रेपिस्ट और डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. दो साध्वियों से बलात्कार का दोषी राम रहीम इन दिनों रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है. आज 10 साल बाद बलात्कारी राम रहीम पर दो मर्डर के केस में अदालत आज फैसला सुनाएगी. पत्रकार रामचंद्र छत्रपति और पूर्व डेरा समर्थक रंजीत सिंह की हत्या का आरोप भी राम रहीम पर लगा है. पंचकूला की विशेष सीबीआई अदालत में आज फैसला सुनाएगी. राम रहीम की पेशी सुनारिया जेल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होगी. सुनवाई को देखते हुए पंचकूला और सिरसा में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर दिए हैं।

2002 में की गई थी पत्रकार रामचंद्र की गोली मारकर हत्या

पत्रकार रामचंद्र छत्रपति ‘पूरा सच’ नाम से अखबार छापते थे. उनके ही अखबार में पहली बार उस साध्वी की चिट्ठी छपी थी. जिसने पहली बार राम रहीम के बलात्कारी चेहरे का पर्दाफाश किया था। आरोप है कि राम रहीम के इशारे पर ही पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की अक्टूबर 2002 में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.

 

2002 में की गई थी डेरा के प्रबंधक रंजीत सिंह की हत्या

राम रहीम पर हत्या का दूसरा आरोप डेरा के प्रबंधक रंजीत सिंह की हत्या का है. रंजीत सिंह की भी 2002 में हत्या हुई थी. रंजीत सिंह की बहन के साथ राम रहीम ने बलात्कार किया था और ये बात रंजीत सिंह जानता था. आरोप है कि इसीलिए राम रहीम ने रंजीत सिंह की हत्या करा दी.

 

2003 में हाईकोर्ट ने दिए थे सीबीआई जांच के आदेश

पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने 2003 में ही पत्रकार रामचंद्र छत्रपति और रंजीत सिंह की हत्या की सीबीआई जांच के आदेश दिए थे. जुलाई 2007 में सीबीआई ने इन दोनों ही केस में चार्जशीट दाखिल कर दिया था. अब 10 साल बाद इन केसों में फैसला आने की उम्मीद परिवार वालों में जगी है.

पत्रकार रामचंद्र छत्रपति के बेटे अंशुल को इंसाफ की उम्मीद

पत्रकार रामचंद्र छत्रपति के बेटे अंशुल के मुताबिक करीब 15 साल की लंबी लड़ाई के बाद आखिरकार फाइनल राउंड के शुरू होने से एक बड़ी राहत मिली है. अंशुल को उम्मीद है कि जल्द ही कुछ दिनों में सुनवाई पूरी होने के बाद उनके पिता को इंसाफ मिलेगा.

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