लालू यादव की वो बातें जो मोदी-नीतीश को जरूर सुननी चाहिए
पटना। पटना के गांधी मैदान में लालू की ‘भाजपा भगाओ-देश बचाओ’ रैली का आयोजन हुआ. इस रैली में लोखों की संख्या में लोग शामिल हुए. पूरा पटना शहर लोगों की भीड़ से अटा पड़ा है. वहीं रैली के दौरान विपक्ष एक मंच पर एकजुट दिखा. इनमें आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उनका परिवार, कांग्रेस नेता गुलाम नबी आज़ाद, सीपी जोशी, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, जनता दल यूनाइटेड के नेता शरद यादव शामिल हुए. उनके अलावा राष्ट्रीय लोकदल के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी, झारखंड मुक्ति मोर्चा प्रमुख और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, आरजेडी के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह, शिवानंद तिवारी सहित और भी कई नेता मौजूद रहें. वहीं लालू यादव 2019 से पहले विपक्ष को एकजुट करने में बड़ी कामयाबी हासिल करते दिख रहे हैं.
लालू यादव ने आज पटना में राजद की रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. लालू ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि फासिस्ट और कम्यूनल दंगाई वाली ताकत को दिल्ली की गद्दी से उतार देंगे. उसको उतारने के लिए ही बिहार में महागठबंधन बनाया था, लेकिन आज नीतीश महागठबंधन का साथ छोड़कर बीजेपी के साथ चले गये. नीतीश पर कड़े तेवप अपनाते हुए लालू ने कहा कि वे जानते थे यह आदमी ठीक नहीं है. हमारे सामने देश टूट रहा था. राम रहीम के बंदों में नफरत हो रहा था. हमने नीतीश को टीका लगाया था आशीर्वाद दिया था. केंद्र में मंत्री बनवाये शरद यादव और आज उन्हीं के खिलाफ नीतीश कुमार समेत जदयू के अन्य नेता बयानबाजी कर रहे है.
लालू ने आगे कहा कि नीतीश को तेजस्वी के काम करने से मिल रही तारीफ से जलन हो रही थी. नीतीश कुमार ने मेरे घर पर आकर समर्थन मांगा था और मैंने उन्हें मुख्यमंत्री बनाया. नीतीश के मन में शुरू से ही चोर था. नीतीश को तेजस्वी यादव से खतरा था. दिल्ली जाकर बीजेपी के सभी वरिष्ठ नेताओं से मिले थे नीतीश कुमार. बिहार की बेटी मीरा कुमार को नीतीश कुमार ने वोट नहीं दिया. अगर नीतीश ने समर्थन दिया होता तो आज मीरा कुमार जो बिहार की बेटी है आज देश की राष्ट्रपति होती. लोग हमसे पूछते थे कि नीतीश कुमार बीजेपी में शामिल हो जायेंगे क्या. मैं कहता था, नहीं वे ऐसा नहीं करेंगे, लेकिन नीतीश ने पीठ में छुरा घोंपकर बीजेपी के साथ दोबारा से मिलकर सरकार बना लिया.
नीतीश कुमार कहते थे कि हम मिट्टी में मिल जायेंगे, लेकिन बीजेपी के साथ नहीं जायेंगे. मुझे अफसोस है कि बीजेपी ने नीतीश कुमार को हाथी के सुर में लपेट लिया है और उनको जल्द ही उठाकर फेंक दिया जायेगा. लालू ने आगे कहा, बाढ़ के बहाने पीएम मोदी बिहार में भ्रमण करने आये थे, लेकिन नीतीश कुमार के भोज में शामिल होने के लिए पटना नहीं आएं. उन्होंने कहा, नीतीश कुमार जब बीमार पड़े तो समझो कुछ बड़ा होगा. हम समझ जाते है कि वो हमसे दूरी बना रहे है. चारा मामले में पेशी के लिए जब हम रांची गये थे हमारे पटना आवास पर सीबीआइ का छापा पड़ गया. लालू यादव ने कहा कि बिना राज्य सरकार के अनुमति के सीबीआइ छापेमारी नहीं कर सकती है.
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