सजा सुनते ही जानिए राम रहीम ने क्या किया ?
रोहतक। अपनी शिष्याओं के साथ बलात्कार का दोषी गुरमीत राम रहीम के गुनाहों का अदालत ने फैसला कर दिया है। पिछले 15 साल से सीबीआई कोर्ट में चल रहे रेप केस में राम रहीम को आखिरकार अदालत ने सलाखों के पीछे भेज ही दिया। रोहतक में जिस जेल में राम रहीम बंद था, उसी में सीबीआई की एक कोर्ट ने गुरमीत के गुनाहों का हिसाब- किताब किया।
बलात्कारी गुरमीत पर तीन संगीन धाराओं 376, 511 And 506 में कोर्ट ने सजा सुनाई है. अदालत ने गुरमीत राम रहीम को 10 साल की कैद सजा सुनाई, साथ ही 65 हजार रुपये का जुर्माना लगाया। अदालती फैसला सुनने के बाद गुरमीत की आंखो से आंसू बहने लगे, और जज साहब से रहम की भीख मांगने लगा, लेकिन शायद गुरमीत को मालूम नहीं था कि कानून जज्बातों को देखकर नहीं सबूतों के आधार पर फैसला करता है
कोर्ट में सीबीआई के वकीलों की तरफ से गुरमीत को ज्यादा से ज्यादा सजा की मांग की गई थी, वहीं गुरमीत के वकीलों ने उसके अच्छें कामों की दलील देकर कम से कम सजा सुनाए जाने की मांग की थी। कैदी नंबर 1997 और जेल के सफेद कपड़े पहने बलात्कारी गुरमीत को कोर्ट से सीधे जेल में भेजा गया। कोर्ट से बाहर आने के बाद भी गुरमीत गुनाहों को याद करके रो रहा था।
कोर्ट के सजा सुनाए जाने के बाद गुरमीत के समर्थक हिंसक न हो इसके लिए हाई कमान ने उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिया था. लेकिन इसके बाद भी सिरसा में गुरमीत के गुंडो ने दो वाहनों में आग लगा दी। जिसके बाद सीएम मनोहर लाला खट्टर ने मंत्रियों, मुख्य सचिव, गृह सचिव और पुलिस महानिदेश की बैठक बुलाई है।
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