सदी के महानायक कहे जाने वाले अमिताभ बच्चन क्या वाकई में देश के सबसे बड़े चोर हैं ?
नई दिल्ली। पनामा पेपर्स लीक होने के 18 महीने बाद एक और पेपर लिक हुआ है. इस लीक को पैराडाइज पेपर्स कहा जा रहा है. जर्मन मीडिया के मुताबिक 67 देशों के लगभग 400 पत्रकारों ने ये 1.34 दस्तावेज खोज कर निकाले हैं. बता दें कि पनामा पेपर की तर्ज पर लीक हुए पैराडाइज पेपर में मोदी सरकार के मंत्री, बीजेपी सांसदों, बॉलीवुड हस्तियों समेत कुल 714 भारतीयों के नाम शामिल हैं. केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा, बिहार से बीजेपी के सांसद आर के सिन्हा, फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन का नाम इस दस्तावेज में हैं.
वहीं पैराडाइज पेपर्स लीक में बीजेपी के राज्यसभा सांसद आर के सिन्हा का नाम आने के बाद जब पत्रकारों ने उनसे इस बाबत सवाल पूछा तो वह चुप्पी साध गए. सवाल का जवाब देने की बजाए बीजेपी सांसद आर के सिन्हा ने एक पर्ची पर मौनव्रत रखने की बात कह दी. दरअसल पैराडाइज पेपर्स में उनके नाम आने के बाद जब पत्रकारों ने सवाल किया तो पहले तो उन्होंने सिर हिलाकर जवाब देने से मना कर दिया. इसके बाद पत्रकारों से एक पेन लेकर एक कागज में लिखा, ‘7 दिन के भागवत महायज्ञ में मौन व्रत है.’
गौरतलब है कि पैराडाइज पेपर्स से 18 महीने पहले पनामा पेपर के जरिए ऐसा ही खुलासा हुआ था. उसमें भी कई बड़े नेताओं के नाम सामने आए थे. सबसे दिलचस्प बात यह है कि अमिताभ बच्चन का नाम दोनों पेपर्स लीक में शामिल है. वहीं पनामा पेपर्स में नाम आने के चलते पाकिस्तान में नवाज शरीफ सहित कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों को अपने पद से हाथ धोना पड़ा था. जबकि अमिताभ बच्चन का कुछ भी नहीं बिगड़ा था.
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