जानिए जस्टिस कर्णन ने सबूतों के साथ क्या कहा था? जिसकी वजह से उन्हें जेल भेजा गया था
new Delhi. जस्टिस कर्णन ने कहा था कि जज/न्यायपालिका करप्ट हैं। मगर कॉलेजियम की कुप्रथा से आए मुख्य जज ने क्या किया? जांच करने की बजाय सबूत देने वाले और वो भी एक जज को जेल में डाल दिया। आज यह 4 जज क्या कह रहे हैं? जो जस्टिस कर्णन ने कहा वही तो कह रहे हैं, कुछ अलग थोड़ी कह रहे है। क्या इन्हें भी जेल में डाला जाएगा ?
No… कभी नहीं…Why ?
कारण आप जानते है! भारत की न्यायपालिका ब्राह्मणवादी पूर्वाग्रहों से ग्रस्त जो है। लोकतंत्र पर कलंक कॉलेजियम की कुप्रथा जब तक प्रतिबंधित नही होगी लोकतंत्र खतरे में पड़ता रहेगा। क्योंकि लोकतंत्र खड़ा है प्रतिनिधित्व के सिद्धांत पर और कॉलेजियम ब्राह्मण जजों की भारी मात्रा में नियुक्तियां कर प्रतिनिधित्व के सिद्धांत का गला घोंटती है।
अब केवल न्यायपालिका में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाने भर से लोकतंत्र खतरे से उबर नहीं जाएगा। लोकतंत्र खतरे से उबर पायेगा लोकतंत्र के चारो स्तंभ में सप्रमाण जन प्रतिनिधित्व से।
-Dr. J D Chandrapal
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Maulana Abul Kalam Azad, also known as Maulana Azad, was an eminent Indian scholar, freedo…