हामिद अंसारी का पीएम मोदी पर वार, कहा-हिंसा रोकने की कोशिश नहीं की
CAA और NRC को लेकर बीते कई महीनों से लगातार विरोध प्रदर्शन चल रहे है. जिसके बाद शाहीन बाग में भी जमकर आंदोलन हुए. जाफराबाद में भी महिलाओं ने प्रदर्शन किया. जिसके बाद दो गुट समर्थकों और विपक्षों के बीच तीखी झड़प हुई.
भारत की राजधानी में उग्र प्रदर्शन हुए जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. आंदोलनकारियों ने सरकारी संपत्ति को आग के हवाले किया. गाड़ियों में तोड़-फोड़ की और उत्तरी पूर्वी दिल्ली में जान माल के भी काफी नुकसान हुए. जिसके बाद दुनिया भर में केंद्र सरकार का घेराव किया गया है.
सरकार पर आरोप लगाया गया है कि दिल्ली में उग्र हिंसा के बाद भी सरकार ने दंगे रोकने के लिए कोई कदम नही उठाए. अगर सरकार चाहती तो दंगे रोक सकती थी लेकिन 3-4 दिन तक दंगे जारी रहे, बेकसूरों की जाने जाती रही, राजधानी में आगजनी होती रही और हिंसक भड़काऊ भाषण चलते रहे. लेकिन मोदी सरकार को इससे कोई फर्क नही पड़ा. वह तो अपने वैश्विक संबंध बनाने में लगे हुए थे. जिसमें उन्हें अपने फुंकते देश की राजधानी दिल्ली की परिस्थिती दिखी ही नही.
वहीं इन सबके बाद भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार ने हिंसा रोकने की कोशिश नहीं की. हिंसा पूरी तरह से सोची-समझी साजिश थी और सरकार सोती रही, अगर चाहती तो ये सब रोक लेती. पूर्व उपराष्ट्रपति ने आगे कहा कि पहले भी दिल्ली में कत्लेआम हुए. लेकिन वो बाहर वाले आक्रमणकारी करते-करवाते थे. अब दूसरे तरह की हत्या हुई हैं. 1947 में जो हुआ सबसे भयानक था. लेकिन यह पहली बार है जब सब कह रहे हैं कि सरकार ने रोकने की कोशिश नहीं की.
बता दें कि दिल्ली हिंसा में उग्र प्रदर्शन के बीच 42 लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा और करीब 250 लोग घायल हो गए. लोगों के घरों, दुकानों और गाड़ियों में आग लगा दी गई. इस भयानक मंजर के बाद लोगों में अब तक डर का माहौल बना हुआ है.
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