भारतात 16 यासारखे जिल्हे, जिथे कोरोना प्रकरण नाही
कोरोना का कहर कम होने की जगह लगातार बढ़ता जा रहा है। खतरनाक कोरोना वायरस पूरे भारत में बुरी तरह फैल चुका है, अब देश में कुछ गिने-चुने जिले ही बचे हैं जहां एक भी कोरोना का केस सामने नहीं आया। बता दें की कम से कम 81 जिले ऐसे हैं, कुठे 1,000 से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं।

लेकिन जिस तरीके से कोरोना के आंकड़े बढ़ रहे है उसकी जानकारी देते हुए एक कोरोना की वेबसाइट बताती है की। हर भारतीय जिले का विश्वसनीय डेटा हमेशा उपलब्ध नहीं होता. उदाहरणार्थ, दिल्ली ने अपने 11 जिलों के सभी आंकड़ों को सही ढंग से प्रस्तुत नहीं किया है। आंध्र प्रदेश और असम दो अन्य ऐसे राज्य हैं, जहां तुलनात्मक रूप से ज्यादा संख्या में केस हैं, लेकिन जिले के आंकड़े पेश नहीं किए गए हैं और इसलिए उन्हें इस विश्लेषण में शामिल नहीं किया जा सकता।

लेकिन हम उन जिलों के बार में बताते है जहां अब देश में सिर्फ 16 या उससे भी कम जिले ऐसे हैं, जहां एक भी कोरोना का केस नहीं है। ये जिले लक्षद्वीप, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय और जम्मू-कश्मीर में हैं। 250 से अधिक जिलों में 100 से कम केस हैं और 143 जिलों में 100 पासून 200 केस हैं।

तो वहीं दूसरी तरफ, कम से कम 70 जिलों ने आधिकारिक तौर पर 1,000 से अधिक केसों की सूचना दी है। दिल्ली के 11 जिलों में से हर जिले में 1,000 से अधिक केस होने की संभावना है। 70 में से कम से कम 14 जिलों में 5,000 से अधिक केस दर्ज हुए हैं, इनमें से ज्यादातर जिले भारत के बड़े शहरों में से एक हैं, दुनिया के सिर्फ 86 देश ऐसे हैं, कुठे 5,000 से अधिक केस हैं। लेकिन अगर कोरोना को समझा जाए तो इससे बचाव संभव है।
लेकिन इसके कुछ अपवाद हैं जो गौर करने लायक हैं. उदाहरण, उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक केस वाला जिला राजधानी लखनऊ नहीं, बल्कि गौतम बुद्ध नगर है, जिसमें दिल्ली से सटा नोएडा शामिल है। इसी तरह हरियाणा में सबसे ज्यादा केस 35 फीसदी दिल्ली से सटे गुरुग्राम में हैं।

केरल के सबसे ज्यादा इंटरनेशनल माइग्रेशन वाले जिले मलप्पुरम में सबसे ज्यादा केस हैं। लेकिन अभी भी सवाल यही है की इसपर रोक कब लगेगी और कब जाकर लोग कोरोना मुक्त हो पाएंगे।
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