बिहार के सृजन घोटाले में एक प्रमुख आरोपी की मौत, परिजन बोले खोल सकता था कई राज
बिहार में सृजन घोटाले के नाम ने एक नई राजनैतिक लहर पैदा कर दी है जिसके बाद से ही बिहार की राजनीति गरमा सी गई है। अब बिहार के सृजन घोटाले से संबंधित एक आरोपी की मौत हो गई है जिसके बाद कई तरह की चर्चाएं सामने आने लगीं हैं। सृजन घोटाले में गिरफ्तार जिला कल्याण विभाग के नाजिर महेश मंडल की रविवार की देर रात 11 बजे अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गयी। वह किडनी की बीमारी से पीड़ित था। उसे सात दिन पहले ही गिरफ्तार किया गया था। महेश के परिजनों ने जिला प्रशासन पर जान-बूझ कर मारने का आरोप लगाया। जिसके बाद अस्पताल की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है। परिजनों का कहना हैं कि महेश सृजन घोटाले के बारे में कई राज खोल सकता था जिसके कारण उसकी हत्या कर दी गई है।
यह भी पढ़े-दिल्ली में सीवर सफाई के दौरान एक और सफाई कर्मचारी की मौत
महेश ज़िला कल्याण विभाग में नाजिर थे और इस घोटाले के सामने आने के बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया था। अपनी गिरफ्तारी के बाद महेश ने अपनी संपत्ति का जो ब्योरा दिया था वह काफी चौंकाने वाला था। उनके गांव में डेढ़ एकड़ का विशाल घर मिला था, जिसकी चर्चा है कि हर कमरा न केवल वातानूकुलित है, बल्कि बाथरूम में भी एयरकंडीशन लगा है। महेश का बेटा शिव मंडल जनता दल यूनाइटेड का भागलपुर इकाई का युवा विंग का अध्यक्ष था और इस मामले के प्रकाश में आने के बाद उसे भी पार्टी से बाहर कर दिया गया।
महेश ने अपने साथ पूछताछ में माना था कि शिव के जिला परिषद अध्यक्ष के चुनाव में उन्होंने करीब 3 करोड़ ख़र्च किया, लेकिन वह अपने बेटे को चुनाव में जीत नहीं दिला सके। इस बीच भागलपुर पुलिस ने रविवार को आरोपी और अब भाजपा से निलंबित नेता विपिन शर्मा समेत कई लोगों के यहां छापेमारी की। इनमें से अधिकांश इन आरोपियों के सृजन की काली कमाई से शुरू किए गए व्यावसायिक प्रतिष्ठान हैं।
Remembering Maulana Azad and his death anniversary
Maulana Abul Kalam Azad, also known as Maulana Azad, was an eminent Indian scholar, freedo…