कोरोना: भारताच्या ढासळलेल्या परिस्थितीविषयी परदेशी वृत्तपत्रांच्या मोठ्या बातम्या
ऑस्ट्रेलियाई अखबार ‘द ऑस्ट्रेलिया’ ने एक रिपोर्ट छापी है। जिसमें दावा किया है कि “मोदी ने देश को लॉकडाउन से बाहर निकाल कर सर्वनाश की ओर धकेल दिया।”
भारत में कोरोना का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। देश में लगभग हर रोज कोरोना वायरस के मामले नया रिकॉर्ड बना रहे हैं। हालात इतने खराब हैं कि अस्पतालों में आईसीयू बिस्तर नहीं मिल रह हैं। कई जगहों पर दवा, ऑक्सीजन और रेमडेसिविर की भी भारी कमी है, जिसके चलते मरीज दम तोड़ रह हैं। हालात इतने खराब है कि अब अंतराराष्ट्रीय मीडिया ने भी भारत कि स्थिति पर गौर करना शुरू कर दिया है।
ऑस्ट्रेलियाई अखबार ‘द ऑस्ट्रेलिया’ ने एक रिपोर्ट छापी है। जिसमें दावा किया है कि “मोदी ने देश को लॉकडाउन से बाहर निकाल कर सर्वनाश की ओर धकेल दिया।” द ऑस्ट्रेलिया ने इस खबर को शेयर करते हुए लिखा है ” घमंड, अंध राष्ट्रवाद और नौकरशाही की अयोग्यता ने भारत को तबाही में धकेल दिया।”
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी एक विदेशी अखबार की खबर शेयर करते हुए सरकार पर निशान साधा है। राहुल ने ‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ रिपोर्ट शेयर करते हुए लिखा “सच्चाई को नहीं मानना, ऑक्सीजन की कमी को नकारना, मौत के आंकड़ों को छुपना, अपनी झूठी शान को बचाने के लिए भारत सरकार ने सब कर के देख लिया।”
बता दें देश में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 3,52,991 नए मामले आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 1,73,13,163 हुई जबकि वर्तमान में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 28 लाख को पार कर गयी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस बारे में बताया।
खबर सामने ये भी आई है कि भारत में कोरोना संक्रमण से होने वाली मौतों की वास्तविक संख्या 5 गुना ज्यादा है। लेकिन इन आंकड़ों को छिपाने के लिए मोदी सरकार देश की राज्य सरकारों पर दबाव बना रही है।
गौरतलब है कि भारत में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में अस्पतालों में लोग इलाज के इंतजार में ही दम तोड़ रहे हैं। दुनिया के लगभग आधे से ज्यादा कोरोना संक्रमण के मामले भारत में ही देखने को मिल रहे हैं।
इस मामले में वैज्ञानिकों ने भी चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि भारत में संक्रमण के नए स्ट्रेन और भी ज्यादा घातक हो सकते हैं।
बात की जाए भाजपा शासित राज्यों की तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया है कि उनके राज्य में ऑक्सीजन की कोई कमी ही नहीं है। वहीं मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार राज्य में होने वाली मौतों के आंकड़े छिपा रही है।
इस मामले में शायर इमरान प्रतापगढ़ी ने भी भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा है कि “ऑंकड़ों से पॉंच गुना ज़्यादा मौतें हैं! सरकार ने सब सिस्टम बिठा रखा है कि आप मरोगे तो गिनती में भी नहीं आओगे”
दरअसल दैनिक भास्कर ने इस बात का दावा किया है कि मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में बीते 13 दिनों में 1000 से ज्यादा मौतें हुई है। लेकिन सरकार द्वारा सिर्फ 41 मौतें ही बताई जाती है।इसके साथ ही मध्य प्रदेश के लोगों का कहना है कि राज्य में कुछ साल पहले हुए गैस त्रासदी के बाद शवदाह ग्रहों में पहली बार इतनी चिताए जल रही है।
बहरहाल वैश्विक सुर्खियाँ भारत की सरकार (सिस्टम) की विफलताओं को उजागर करती हैं, क्योंकि जिस तरीके से भारत में हर दिन कोरोना संक्रमण से मरने वालों के आंकडे तेजी से बढ़ रहे है इसके पीछे भारत की स्वास्थ्य अव्यवस्था सबसे बड़ा कारण है जिसके चलते दुनियाभर में मोदी सरकार की किरकिरी हो रही है।
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