राम मंदिर भूमि पूजन पर बढ़ी मुश्किलें, अब इस बीजेपी नेता ने पीछे खींचे अपने हाथ !
कोरोना कब खत्म होगा ये कोई नहीं जानता लेकिन इस महामारी के बीच राम मंदिर का भूमि पूजन करना किस हद तक सही है। सभी के जहन में एक ही सवाल है की कही इसके पीछे बिहार चुनाव का मुद्दा तो नहीं। लेकिन उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन के लिए तैयारियां जारी हैं।
पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां पर भूमि पूजन करेंगे, लेकिन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और अन्य भाजपा नेताओं के कोरोना के चपेट में आने से चिंताएं बढ़ी हैं। भारतीय जनता पार्टी की नेता उमा भारती ने भी ट्वीट कर कहा है कि वो अयोध्या के भूमि पूजन कार्यक्रम में तो आएंगी, लेकिन मंदिर स्थल पर ना रहकर सरयू नदी के तट पर रहेंगी।
सोमवार सुबह उमा भारती ने कई ट्वीट किए, उन्होंने लिखा कि कल जब से मैंने अमित शाह जी और बीजेपी के अन्य नेताओं के कोरोना पॉजिटिव होने का सुना, तभी से अयोध्या में मंदिर के शिलान्यास में उपस्थित लोगों खासकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए चिंतित हूं। इसीलिये मैंने रामजन्मभूमि न्यास के अधिकारियों को सूचना दी है कि शिलान्यास के कार्यक्रम के मुहूर्त पर मैं अयोध्या में सरयू के किनारे पर रहूंगी।
गौरतलब है कि रविवार को ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की खबर आई, उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनके अलावा कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा, यूपी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष, यूपी सरकार में एक मंत्री भी कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं। जबकि यूपी सरकार में मंत्री कमला रानी का कोरोना के कारण निधन हो गया। तो वहीं ऐसी अटकलें भी लगाई जा रही है की राम मंदिर का भूमि पूजन टल सकता है।
इससे कुछ दिन पहले ही राम जन्मभूमि परिसर में एक पुजारी के अलावा कुछ पुलिसकर्मी भी कोरोना वायरस के चपेट में आए थे. ऐसे में तभी से ही भूमि पूजन को लेकर चिंताएं बढ़ रही थीं। पर सवाल अभी भी यही है की सरकार हर बार की तरह एक बार फिर जनता को खतरे में डालकर खुद का फायदा सरकार सोच रही है।
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