कुलभूषण जाधव मामले में नया मोड़, पाकिस्तान ने दी भारत को चुनौती !
एक तरफ कोरोना और दूसरी तरफ पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय नेवी के रिटायर्ड अफसर कुलभूषण जाधव का मामला लगातार गरमाता जा रहा है। वहीं अब इस मामले में निष्पक्ष सुनवाई के लिए भारत ने क्वींस काउंसल या बाहर के वकील की मांग की थी। जिसे पाकिस्तान ने भारत की इस मांग को खारिज कर दिया है, पाकिस्तान ने भारत की मांग को अवास्तविक बताते हुए खारिज कर दिया है।

पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जाहिद हाफिज चौधरी ने कहा कि भारत लगातार बाहरी वकील की मांग कर रहा है, यह अवास्तविक है। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान ने भारत से साफ कर दिया है कि अंतरराष्ट्रीय चलन के मुताबिक हमारी अदालतों में उन वकीलों को ही पेश होने और पैरवी करने की अनुमति है, जिनके पास यहां प्रैक्टिस का लाइसेंस है।

गौरतलब है कि पाकिस्तान की ओर से यह बयान भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के बयान के बाद आया है। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने 17 सितंबर को पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के फैसले का क्रियान्वयन नहीं करने का आरोप लगाया था। उन्होंने जाधव को बगैर किसी शर्त के राजनयिक पहुंच उपलब्ध कराने, निष्पक्ष और स्वतंत्र सुनवाई के लिए एक भारतीय वकील या क्वींस काउंसल नियुक्त करने की मांग की थी।

बता दें कि भारत ने कुलभूषण जाधव के लिए क्वींस काउंसल यानी ब्रिटेन की महारानी का प्रतिनिधित्व करने वाले अधिवक्ता को दलीलें देने की अनुमति देने की मांग की थी। क्वींस काउंसल ब्रिटेन की महारानी का प्रतिनिधित्व करने वाला अधिवक्ता होता है।

ब्रिटेन के साथ ही कॉमनवेल्थ देशों में महारानी की ओर से प्रतिष्ठित वकील को क्वींस काउंसल नियुक्त किया जाता है। भारत जैसे कई देशों में यह पद समाप्त किया जा चुका है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया और कनाडा जैसे देशों में अब भी क्वींस काउंसल का चलन है।

फिलहाल अब देखने वाली बात ये होगी की कुलभूषण को कब तक पाकिस्तान ऐसे ही टालता रहेगा। या फिर मोदी सरकार कुलभूषण की रिहाई के लिए कोई सख्त कदम भी उठाएगी।
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